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Ye Ishq Hai Kya ?



Adarsh Beohar Blog
Barish ke pani ko tarse Zameen ko pucho,
ye ishq hai kya
( बारिश के पानी को तरसे जमीन को पूछो,
ये इश्क है क्या …)

Pani ki boond ko tarse pyaase ko pucho,
ye ishq hai kya
( पानी की बूँद को तरसे प्यासे को पूछो,
ये इश्क है क्या …)

Khane ke dane ko tarse bhooke ko pucho,
ye ishq hai kya
( खाने के दाने को तरसे भूखे को पूछो,
ये इश्क है क्या …)

Yun aasan nahi lafjo me bayaan karna isko,
( यूँ आसान नहीं लफ्जों में बयां करना इसको )

Apne pyaar ko paane tarse majnu ko pucho,
ye ishq hai kya
( अपने प्यार को पाने तरसे मजनूँ को पूछो,
ये इश्क है क्या ...)

garbh me 9 mahine paale maa ko pucho,
ye ishq hai kya
( गर्भ में 9 महीने पाले माँ को पूछो,
ये इश्क है क्या …)

ye ishq nahi kavita koi jise likha ja sake panno par…
Na kar sake koi bayan ise apne lafzo par….
( ये इश्क नहीं कविता कोई जिसे लिखा जा सके पन्नो पर…
ना कर सके को बयां इसे अपने लफ्जों पर ….)

janna ho ishq ko to apne bhitar jhakon tum…
Na mile khuda to jehar ka ghoont pikar dekho tum…
( जानना हो इश्क को तो अपने भीतर झाकों तुम…
ना मिले खुदा तो जहर का का घूँट पीकर देखो तुम ….)

Zindgi se ishq ka matlab tab samjhoge tum…
Na padega puchna ki ye ishq hai kya, ye ishq hai kya, ye ishq hai kya….
( जिन्दगी से इश्क का मतलब तब समझोगे तुम…
ना पड़ेगा पूछना की ये इश्क है क्या, ये इश्क है क्या, ये इश्क है क्या …)

Written By – Adarsh Beohar

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