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Once again i expand the view on the Lines written by Mr.Piyush Mishra. Above lines are my favorite and explains everything about the art of poet.
Adarsh Beohar Blog |
Sukoon milta hai lafz kaagaz par utar kar,
Cheekh bhi leta hoon aawaj bhi nahi hoti…
(सुकून मिलता है लफ्ज़ कागज पर उतार कर,
चीख भी लेता हूँ आवाज भी नहीं होती …)
Kaam bhi ho jata hai, baat kharab bhi nahi hoti…
( लोग पढ़ते है खुशी से,
काम भी हो जाता है, बात ख़राब नहीं होती …)
Jab Mere lafz bol lete hai fir mere bolne ki jarurat nahi hoti…
( वो पूछते है तू इतना शांत कैसे रहता है,
जब मेरे लफ्ज़ बोल लेते है फिर मेरे बोलने की जरुरत नहीं होती …)
Kyuki ye kisi ki mohtaj nahi hoti..
( कविता ताकत है कवी की सबसे खास,
क्यूंकि ये किसी की मोहताज नहीं होती …)
Kon kehta hai in lafzo ki juban nahi hoti…
( पन्नो पन्नो से आती है आवाज , हर लफ्ज़ कुछ बोलता है ,
कौन कहता है इन लफ्जों की जुबान नहीं होती …)
In kavitao se bhi hai khalbali yahan hoti…
( कभी किसी कविता को ना नकारना ,
इन कविताओ से भी है खलबली यहाँ होती …)
Cheekh bhi leta hoon aawaj bhi nahi hoti…
( सुकून मिलता है लफ्ज़ कागज़ पर उतार कर ,
चीख भी लेता हूँ आवाज भी नहीं होती …)
Written By – Adarsh Beohar
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